मोहयालों के इतिहास में एक नया अध्याय जुड़ गया है। इसका संपूर्ण श्रेय ' जनरल मोहयाल सभा ' की वर्तमान 'प्रबंधक-समिति ' और इसके अध्यक्ष मोहयाल रत्न रायजादा बी डी बाली को जाता है।







ऋषि भरद्वाज - गोत्र ऋषि - ' दत्त (दत्ता ) '
गोत्र
लौ ( लव ) - वशिष्ठ , बाली - पराशर , मोहन- कश्यप , छिब्बर-भार्गव , भीमवाल-कोशल ( कौशल) , वैद ( वैद्य )-धन्वन्तरी , दत्त ( दत्ता ) -भारद्वाज ।
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