- अपने घर में सुरक्षा के इंतजाम पुख्ता करें। मसलन, दरवाजे में मैजिक आई, डबल डोर, बालकनी में लोहे की ग्रिल, खिड़की में डबल ग्रिल इत्यादि लगवा सकते हैं।
- अनजान लोगों पर कतई भरोसा न करें। यदि कोई अनजान शख्स कुरियर देने, केबल ठीक करने या किसी अन्य काम से घर आता है, तो पहले उसकी पहचान पुख्ता कर लें, तभी दरवाजा खोलें।
- घर में काम करने वाले नौकर, ड्राइवर, खाना बनाने वाले या किराये पर रहने वाले लोगों का तुरंत पुलिस वेरिफिकेशन करवाएं।
कोशिश करें कि घर में ज्यादा कैश व जूलरी न रखें।
- अगर घर में किसी इलेक्ट्रिशन, प्लंबर, बढ़ई, राजमिस्त्री आदि से कोई काम करवा रहे हैं, तो उस दौरान किसी परिचित को या पुलिस को मदद के लिए बुला लें, ताकि कोई आपके अकेलेपन का गलत फायदा न उठाने पाए।
- पुलिस की सीनियर सिटिजन सेल में रजिस्ट्रेशन करवाएं।
- इलाके के बीट कॉन्स्टेबल के संपर्क में रहें और उसका व उसके वरिष्ठ अधिकारियों का नंबर अपने साथ रखें।
- बुजुर्गों के कल्याण लिए काम करने वाली गैर सरकारी संस्थाओं से भी मदद ले सकते हैं।
- आपात स्थिति में हेल्पलाइन या 100 नंबर पर कॉल करें।
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