लोकसभा में बुधवार 23 मार्च को प्रधानमंत्री मनमोहनसिंह और विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज में सांसदों की वाहवाही के बीच शेरो-शायरी’ का दिलचस्प जवाबी मुकाबला देखने को मिला।
सुषमा ने नियम-193 के तहत हुई चर्चा के दौरान प्रधानमंत्री के नेतृत्व और कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए शेर पढ़ा- ‘तू इधर-उधर की बात न कर, ये बता के कारवाँ क्यों लुटा, मुझे रहजनों (लुटेरों) से गिला नहीं, तेरी रहबरी (नेतृत्व) का सवाल है'।
इस शेर पर सुषमा के सामने बैठे सिंह मुस्कुरा दिए। चर्चा के जवाब के दौरान सिंह ने सुषमा से मुखातिब होते हुए कहा कि उनके शेर के जवाब में वे भी एक शेर कहना चाहते हैं, इस पर सुषमा ने हँसते हुए - ‘इरशाद'।
सिंह ने इकबाल का मशहूर शेर पढ़ा- ‘माना कि तेरे दीद का काबिल नहीं हूँ मैं, तू मेरा शौक देख, मेरा इंतजार देख'। सिंह के इस शेर को सत्ता पक्ष के सदस्यों की ओर से मेजों की थपथपाहट के साथ वाहवाही मिली, जबकि विपक्षी सदस्य सन्नाटे में नजर आए।
No comments:
Post a Comment