मोहयाल आश्रम हरिद्वार में १९-२० जून को मोहयालों के सात गोत्र ऋषिओं की प्रतिमाओं की प्राण-प्रतिष्ठा की गई। इस मंदिर में भगवान शिव-पार्वती-गणेश और हनुमान जी की प्रतिमाओं के साथ इन ऋषिओं की प्रतिमाएँ स्थापित की गईं।
मोहयालों के इतिहास में एक नया अध्याय जुड़ गया है। इसका संपूर्ण श्रेय ' जनरल मोहयाल सभा ' की वर्तमान 'प्रबंधक-समिति ' और इसके अध्यक्ष मोहयाल रत्न रायजादा बी डी बाली को जाता है। ऋषि कश्यप - गोत्र ऋषि- ' मोहन '
ऋषि वशिष्ठ - गोत्र ऋषि - लौ ( लव )
ऋषि पराशर - गोत्र ऋषि-' बाली '
ऋषि कोशल -गोत्र ऋषि-'भीमवाल'
ऋषि धन्वन्तरी - गोत्र ऋषि -'वैद (वैद्य )'
ऋषि भृगु-गोत्र ऋषि- ' छिब्बर '
ऋषि भरद्वाज - गोत्र ऋषि - ' दत्त (दत्ता ) '
गोत्र
लौ ( लव ) - वशिष्ठ , बाली - पराशर , मोहन- कश्यप , छिब्बर-भार्गव , भीमवाल-कोशल ( कौशल) , वैद ( वैद्य )-धन्वन्तरी , दत्त ( दत्ता ) -भारद्वाज ।
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