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Wednesday, July 14, 2010

सखी सैयां तो खूब ही कमात हैं महंगाई डायन खाए जात है

15 comments:

  1. Ab to is geet par bhi rzneeti shuru ho gayi.

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  2. ये बुन्देलखंडी गीत पूरा सुनाने के लिए आपका आभार..

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  4. बहुत आभार गीत सुनाने का.

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  5. एक बेहद उम्दा पोस्ट के लिए आपको बहुत बहुत बधाइयाँ और शुभकामनाएं !
    आपकी चर्चा ब्लाग4वार्ता पर है यहां भी आएं

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  6. दीपक 'मशाल'ji yah samsmyik geet vyavstha par teekha vyangya hai !

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  7. ज़ाकिर अली ‘रजनीश’thanks !

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  8. शिवम् मिश्रा ji dhanyavaad!

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  9. sandhyagupta ji, rajneta soonghte rahte hain aur turant sab jhapat lena chahte hain.

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  10. इस मजेदार गाने को पोस्ट करने के लिए आपका बहुत धन्यवाद !!

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