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Thursday, September 17, 2009

फिल्में हिन्दी नाम इंग्लिश : वाह रे इंग्लिश मोह !

बॉलीवुड में बन रही देशी फिल्मों को अंग्रेजी शीर्षक देने की एक नई धारा चल पड़ी है। ऐसी कई फिल्में हैं जो देशी संस्कृति में पगी हैं लेकिन उनकी पहचान यानी कि उनका नाम विदेशी है। ऐसी ही आने वाली कुछ फिल्में हैं वांटेड, ऑल द बेस्ट, जेल और काइट फिल्मों को अंग्रेजी शीर्षक देने के पीछे कुछ फिल्मकार इसे पटकथा की मांग कहते हैं तो कुछ का मानना है कि अंग्रेजी नाम फिल्मों को वैश्विक बाजार में स्थापित करने में मदद करते हैं।

कई राष्ट्रीय पुरस्कार जीत चुके फिल्मकार मधुर भंडारकर की ज्यादातर फिल्मों के शीर्षक अंग्रेजी में हैं। फिर चाहे वह पेज 3 फिल्म हो या कारपोरेट, ट्रैफिक सिग्नल और फैशन जैसी फिल्में। भंडारकर अंग्रेजी नाम चुनने की वजह पटकथा की मांग बताते हैं।

भंडारकर ने कहा, अंग्रेजी नाम चुनने के पीछे कोई खास वजह नहीं है। ऐसा सिर्फ पटकथा की मांग की वजह से है। मुझे लगता है कि पेज 3 को इससे बेहतर और कोई नाम नहीं दिया जा सकता था क्योंकि यह फिल्म समाज के उच्चवर्गीय लोगों की जिंदगी पर आधारित है।

बॉलीवुड फिल्मों का बाजार अमेरिका, ब्रिटेन और मध्य एशिया के अलावा जर्मनी, फ्रांस, पोलैंड, इजरायल, तुर्की, जापान, दक्षिण अमेरिका, दक्षिण कोरिया और चीन में भी विस्तार ले रहा है। बढ़ते विदेशी बाजार को देखते हुए फिल्मों को अंग्रेजी नाम दिए जा रहे हैं।

भंडारकर कहते हैं, फिल्म का शीर्षक ही फिल्म का आधार होता है और दर्शकों के बीच फिल्म के पहुंचने का जरिया होता है। लोग फिल्म तभी देखते हैं जब शीर्षक उन्हें आकर्षित करता है।

रितिक रौशन की आने वाली बहुचर्चित रोमांचक फिल्म का भी शीर्षक अंग्रेजी है। यह फिल्म है काइट्स। देशी स्वाद की मुन्नाभाई फिल्में बना चुके राजकुमार हीरानी ने भी आमिर खान और करीना कपूर अभिनीत अपनी अगली फिल्म के लिए अंग्रेजी शीर्षक थ्री इडियट्स चुना है।

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